बाप न्यूज / रमन दर्जी | ग्रामीण चिकित्सा व्यवस्था के क्षेत्र में बाप कस्बे के लिए शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक बन गया। वर्षों की प्रतीक्षा ...
बाप न्यूज / रमन दर्जी | ग्रामीण चिकित्सा व्यवस्था के क्षेत्र में बाप कस्बे के लिए शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक बन गया। वर्षों की प्रतीक्षा और प्रयासों के बाद बाप सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के ऑपरेशन थियेटर में पहली बार सफल सिजेरियन डिलीवरी करवाई गई। इस ऑपरेशन के जरिए एक स्वस्थ बालिका का जन्म हुआ। यह उपलब्धि न केवल चिकित्सा टीम की मेहनत का प्रतिफल है, बल्कि बाप क्षेत्र की स्वास्थ्य सुविधाओं में एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक भी है।
सालों से अधूरा सपना, अब हुआ साकार
वर्ष 1998 में बाप सीएचसी में ऑपरेशन थियेटर
का निर्माण किया गया था, जिसका उद्देश्य जटिल प्रसव के मामलों में स्थानीय स्तर पर
सर्जरी सुविधा उपलब्ध कराना था। लेकिन विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं होने के
कारण यह थियेटर 25 वर्षों तक निष्क्रिय रहा। जटिल प्रसव के मामलों में गर्भवती महिलाओं
को जोधपुर जैसे उच्च चिकित्सा केंद्रों पर रेफर करना पड़ता था, जिससे समय, पैसा और
जान का जोखिम दोनों बढ़ जाते थे।
डॉक्टरों की नियुक्ति बनी परिवर्तन की नींव
बीसीएमओ डॉ. पी.एस. भाटी की पहल और दूरदर्शिता से इस दिशा में नई गति आई। उन्होंने लगातार उच्च अधिकारियों को पत्राचार के माध्यम से यह अवगत करवाया कि बाप सीएचसी में ऑपरेशन थियेटर तो है, परंतु एनेस्थिसिया विशेषज्ञ के अभाव में इसका उपयोग नहीं हो पा रहा। इसके बाद चिकित्सा विभाग ने तीन माह पूर्व एनेस्थिसिया विशेषज्ञ डॉ. जितेंद्र कुमार शर्मा की नियुक्ति की। इससे पूर्व सरकार द्वारा स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनिता बलारा की भी नियुक्ति हो चुकी थी। दोनों विशेषज्ञों की उपस्थिति से बाप सीएचसी में सर्जरी सेवाएं शुरू करने का मार्ग प्रशस्त हुआ। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रेमाराम ग्वाला ने तत्परता दिखाते हुए अपनी टीम के सहयोग से ऑपरेशन थियेटर की मशीनरी, उपकरण और समग्र व्यवस्था को अन्य चिकित्सा संस्थानों से समन्वय कर पूर्ण रूप से सक्रिय किया। डॉ. बलारा ने हाल ही में सेवा निवृत हुए सीनियर नर्सिग ऑफिसर हीरालाल खत्री को मोटिवेट कर उनसे सीएचसी में ऑटोक्लेव मशीन भी डोनेट करवाई।
ऐतिहासिक सर्जरी – स्वस्थ बालिका का जन्म
शुक्रवार सुबह 10 बजे नोख निवासी सवाईराम
ढोली की पत्नी खुशबू को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन उन्हें बाप सीएचसी लाए। स्त्री रोग
विशेषज्ञ डॉ. बलारा ने तुरंत प्राथमिक जांच कर उन्हें भर्ती किया। गर्भावधि पूरी हो
जाने के साथ शिशु की धड़कन धीमी पड़ने के कारण डॉ. बलारा ने परिजनों से अनुमति लेकर
सिजेरियन डिलीवरी का निर्णय लिया। तीन दिन पूर्व ही पूर्ण रूप से तैयार किए गए ऑपरेशन
थियेटर में त्वरित कार्रवाई करते हुए शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जयप्रकाश विश्नोई को ऑन कॉल बुलाया गया। नर्सिंग स्टाफ और तकनीकी टीम की
उपस्थिति में सफल सर्जरी करवाई गई, जिसमें एक स्वस्थ कन्या का जन्म हुआ।
स्वास्थ्य टीम का सामूहिक योगदान
इस सर्जरी में सक्रिय भूमिका निभाने वाले चिकित्सा कर्मियों में डॉ. सुनिता बलारा (स्त्री रोग विशेषज्ञ), डॉ. जितेंद्र शर्मा (एनेस्थिसिया विशेषज्ञ), डॉ. जयप्रकाश विश्नोई (शिशु रोग विशेषज्ञ), डॉ. प्रेमाराम ग्वाला (प्रभारी चिकित्सा अधिकारी), नर्सिंग ऑफिसर प्रवीण सैनी, सोना जाट, संजू यादव और सीएचओ भोपालसिंह शामिल थे। प्रसूता के पति सवाईराम ढोली ने चिकित्सा टीम का आभार जताते हुए कहा, अगर जोधपुर रेफर किया जाता तो आर्थिक, मानसिक और शारीरिक परेशानी बढ़ जाती। यहीं पर सुरक्षित डिलीवरी हो जाना हमारे लिए बड़ी राहत है।
इस ऐतिहासिक शुरुआत से बाप और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों को दूरगामी फायदे होंगे
अब गंभीर प्रसव मामलों को रेफर नहीं करना
पड़ेगा। सीएचसी पर ही विशेषज्ञ सुविधा मिलेगी। गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को शहरों
में जाने का खर्च नहीं उठाना पड़ेगा। ओटी की क्रियान्वयन और सर्जन की उपलब्धता के बाद
आपातकालीन सेवाएं, दुर्घटना, एपेंडिक्स, हर्निया जैसे अन्य सर्जिकल केसों की शुरुआत
भी हो सकती है। स्थानीय लोगों का भरोसा सीएचसी पर बढ़ेगा और संस्थागत प्रसव दर में
भी वृद्धि होगी।
बाप जैसे दूरस्थ क्षेत्र में यदि हमें गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करानी है, तो स्थानीय स्तर पर सर्जरी, विशेषज्ञ परामर्श और आपात सेवाएं सुनिश्चित करनी होंगी। यह शुरुआत उसी दिशा में एक ठोस कदम है।
डॉ. पीएस भाटी, बीसीएमओ बाप।