राजस्थान में गिव अप अभियान” की ऐतिहासिक सफलता असमर्थ लोगों का त्याग बन गया गरीबों का निवाला फ़लौदी जिले में 24050 लोगों ने खाद्य पदार्थो क...
असमर्थ लोगों का त्याग बन गया गरीबों का निवाला
फ़लौदी जिले में 24050 लोगों ने खाद्य पदार्थो का सामान छोड़ दिया
बाप न्यूज़ : फ़लौदी | मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के मार्गदर्शन में राज्य सरकार की ओर से सामूहिक विरोध प्रदर्शन के लिए कार्य जारी है। मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश हैं कि अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों को सरकारी मंजूरी से शामिल किया जाए ताकि वे समाज की मुख्य धारा से जुड़ें।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने कहा कि शर्मा प्रमुख श्री भजनलाल के मार्गदर्शन में असलहों को एनएफएसए में स्थान देने के विभाग द्वारा गिव अप अभियान पिछले साल 1 बजे शुरू किया गया था। इस अभियान का उद्देश्य सक्षम लोगों को खाद्य सुरक्षा का लाभ दिलाने के लिए प्रेरित करना है।
गिव एप अभियान के तहत प्रदेश भर में अब तक 27 लाख से अधिक एजेंसियों ने खाद्य सुरक्षा छोड़ी है। उन्होंने कहा कि गिव अप अभियान की ऐतिहासिक सफलता के कारण पात्र खाद्य सुरक्षा से जुड़ पा रहे हैं। स्वच्छता से खाद्य सुरक्षा त्यागने एवं एकवैसी न चोरी के कारण एन एफ ए में निर्मित रिक्तियों से 5662268 पात्र उद्यमों को खाद्य सुरक्षा विभाग से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि अक्षम लोगों का त्याग गरीबों के मुंह का निवाला बन रहा है। इस अभियान के माध्यम से खाद्य सुरक्षा सूची में नई रिक्तियां बनने से संबंधित पात्र परिवारों को न केवल पोषण युक्त अन्न उपलब्ध कराया जा रहा है बल्कि उन्हें 25 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज, 10 लाख रुपए तक का दुर्घटना बीमा और 450 लाख रुपए तक का आकस्मिक बीमा और 450 कुत्तों में 12 घरेलू उपलब्ध आहार उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि गिव एप अभियान में व्यापक जनभागीदारी को देखते हुए इसकी अवधि 31 अगस्त 2025 तक बढ़ाई गई है।
मुख्यमंत्री एवं खाद्य मंत्री के निर्देशानुसार खाद्य सुरक्षा के अंतर्गत ऐसे परिवार शामिल हैं:- कोई सदस्य रसायन दाता हो, कोई सदस्य सरकारी/अर्द्धसरकारी/स्वयंताशासी संस्था में कर्मचारी हो, एक लाख से अधिक वार्षिक पारिवारिक आय हो और किसी सदस्य के पास चार पहिया वाहन हो (ट्रेक्टर आदि जीविकोपार्जन में व्यावसायिक वाहन खरीदें)) निष्कासन सूची में शामिल है।
गिव एप अभियान के तहत सऊदी जिले में 24050 लोगों ने भोजन से खाद्य पदार्थ की भरपाई के लिए इस स्टॉक में फलदायी योगदान दिया है। इस जिले के लोगों को खाद्य सुरक्षा सूची से जोड़ा जा सकता है। जिला रसद अधिकारी ने बताया कि इस सफलता में जिला प्रशासन, विधानमंडल, सामाजिक कार्यकर्ता और वैज्ञानिक नागरिकों का विशेष योगदान है। यह सामाजिक अभियान जिम्मेदारी और जन-जागरूकता का उत्कृष्ट उदाहरण है, जिससे खाद्य सुरक्षा के लक्ष्य और मजबूत आधार की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जिला प्रशासन सभी सहयोगियों का हृदय से सहयोगी बनता है और भविष्य में भी इस प्रकार की सामाजिक पहल में अधिक से अधिक प्रशंसा की अपील करता है।