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मनु मूर्ति को हटाने के प्रदर्शन में शामिल हुये सैकड़ो लोग

बाप न्यूज : अशोक कुमार मेघवाल | ।राजस्थान उच्च न्यायालय जयपुर पीठ में गैर कानूनी रूप से स्थापित मनु की मूर्ति को हटाने की मांग को लेकर रविव...

बाप न्यूज : अशोक कुमार मेघवाल | ।राजस्थान उच्च न्यायालय जयपुर पीठ में गैर कानूनी रूप से स्थापित मनु की मूर्ति को हटाने की मांग को लेकर रविवार को पुलिस आयुक्तालय जयपुर के सामने स्थित शहीद स्मारक पर प्रदर्शन किया किया। मनु मूर्ति हटाओ राष्ट्रीय अभियान भारत की कोर कमेटी के सदस्य एडवोकेट गोरधन जयपाल एवं अशोक कुमार मेघवाल ने बताया कि राजस्थान हाईकोर्ट परिसर में स्थापित मनु की मूर्ति संवैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन है। लोकतंत्र में इस मूर्ति का उच्च न्यायालय परिसर में रहना किसी भी रूप में उचित नही है। उन्होंने बताया कि मनु की विचारधारा समाज में असमानता को बढ़ाने वाली एवं मानवता की घोर विरोधी है। 
इस मूर्ति का होना भारतीय संविधान, लोकतंत्र एवं कानून का अपमान है। यह मूर्ति भारत में बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर ने जाति व्यवस्था के निर्मूलन द्वारा मजबूत राष्ट्र निर्माण करने के लिये दिये हुये आह्वान को कमजोर करती है। भारत देश के सभी नागरिक धर्मनिरपेक्षता, लोकतंत्र और अस्पृश्यता को दूर करने वाले मूल्यों के लिये समर्पित है। सार्वजनिक स्थान पर मनु मूर्ति की उपस्थिति वर्ण व्यवस्था के गौरव की बात है जबकि हम खुद को गुलामी से आजादी की याद दिलाने के लिये और संविधान जो नागरिकों को उनकी गरिमा की गारंटी देता है, को स्मरण करने के लिये साल में 2 बार राष्ट्रीय ध्वज फहराते है। 
एक वर्ष पहले मनु की मूर्ति हटाने के लिये देश के जाने माने विचारकों, लेखकों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं एवं महिला संगठनों से जुड़े करीब 600 लोगों ने श्रीमती सोनिया गांधी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी आदि को खुला पत्र भेजा था। लेकिन एक वर्ष बाद भी कोई कार्रवाई नही की गई है। रविवार को जयपुर में शहीद स्मारक पर सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती उषा यादव, नीरू बहिन एवं निरमा के नेतृत्व में अहिंसात्मक प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री एवं चीफ सेक्रेटरी के नाम का ज्ञापन तथा मनु मूर्ति को ढकने के बड़ा कपड़ा एवं रस्सी अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर साऊथ हरेंद्र कुमार महावर को सौंपी गई। 
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने फूलों का गुलदस्ता एवं बाबा साहेब अम्बेडकर की पुस्तक भेंटकर पुलिस अधिकारियों का सम्मान किया। प्रदर्शन में विभिन्न जन संगठनों एवं मानवाधिकार से जुड़े लोग शामिल हुये। जयपाल एवं मेघवाल ने बताया कि मनु मूर्ति हटाने के अभियान के समर्थन में देश के विभिन्न राज्यों में लगभग 2500 गांवों में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया गया एवं स्वतंत्रता दिवस पर महिलाओं द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया।
इस दौरान शहीद स्मारक पर पर हुये एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन में सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश भाई परमार, प्रदीप मोरे, पीयूसीएल महासचिव कविता श्रीवास्तव, टेकचंद राहुल, सवाईसिंह, कोमल श्रीवास्तव, एडवोकेट ताराचंद वर्मा, दीपचंद माली, बाबूलाल, सरला, बंसत हरियाणा, मीनाक्षी, राधेश्याम यादव, प्यारेलाल, पूजा, सीमा, साहिस्ता, पवन देव, साबिर कुरैशी, गिरधारीराम भाटिया, शांता बहिन, जमनावती, देवीलाल मेघवाल, छोटूराम, सुरजाराम, शेराराम, कैलाश भील, युसूफ खिलजी, गोरधन आजाद सहित मध्यप्रदेश, गुजरात एवं राजस्थान के सैकड़ो गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।