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ग्रीष्मकालीन अवकाश पर शिक्षकों को दे मुख्यालय छोड़ने की अनुमति

शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने उठाई मांग, सीएम को मेल से भेजा विभिन्न मांगों का पत्र  Bap New s: कोविड 19 में ड्यूटी दे रहे शिक्षकों को ग्रीष्म...

शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने उठाई मांग, सीएम को मेल से भेजा विभिन्न मांगों का पत्र 

Bap News: कोविड 19 में ड्यूटी दे रहे शिक्षकों को ग्रीष्मकालीन अवकाश में मुख्यालय छोड़ने सहित विभिन्न मांगो का मांगपत्र शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने मुख्यमंत्री को मेल से भेजा हैं। मांग पत्र में सभी मांगों को स्वीकृति करने की मांग की गई हैं।

राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) विभाग संगठन मंत्री जोधपुर संभाग रामनारायण विश्नोई ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में लिखा कि प्रत्येक पीईईओ क्षेत्र में चल रहे वेलनेस सेंटर पर आइसोलेट लोगों की संख्या 95 फीसदी पर शून्य है। जबकि 29 मार्च से हर सेंटर पर 6 व्यक्ति राउंड द क्लॉक ड्यूटी दे रहे हैं, जो अनुचित हैं।  अब सेंटर पर आइसोलेट होने के लिए लोगो के आने की संभावना नहीं के बराबर है। जिसका बड़ा कारण सभी प्रवासियों को होम आइसोलेट करना हैं। इसलिए अनावश्यक सेंटरों को बंद कर दिये जाएं। बीएलओ पर अनेक प्रकार की जिम्मेदारियां थोप दी गई हैं। 
जिससे बीएलओ मानसिक रूप से परेशान एवं प्रताड़ित है। जो बाहर के व्यक्ति बीएलओ है, वो भी ग्रीष्मकालीन में घर जाना चाहते है। अत: बीएलओ की जगह भी किसी अन्य कार्मिक को दायित्व सौंपकर मुक्त किया जावें। सरकार की नई एडवाइजरी अनुसार अंतर जिला पास की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है, जो जिला सीमा व उपखंड सीमा की चैक पोस्टों का औचित्य नहीं रह जाता है। 
अनावश्यक चैक पोस्टों को बंद करके केवल राज्य सीमा यथा रेडजोन सीमा की चैक पोस्ट ही रखी हैं। पंचायत स्तर पर बने हुए कंट्रोल रूम की भी कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि ग्राम पंचायत से हर सूचना का आदान प्रदान पीईओ, ग्राम विकास अधिकारी, पटवारी, बीएलओ द्वारा किया जा रहा हैं। प्रधानाचार्य जो लगातार दो माह से अनवरत ड्यूटी दे रहे है, उनकी जगह सक्षम अधिकारी को जिम्मेदारी देकर ग्रीष्मकालीन में घर जाने की अनुमति प्रदान करावें। जिन कार्मिकों के पिछले दो माह से ड्यूटी करने के उपरांत भी अगर ग्रीष्मकालीन अवधि में ड्यूटी दी जाती है, तो विभागीय नियमानुसार उपार्जित अवकाश देने तथा ग्रीष्मकालीन अवकाश में शिक्षकों को मुख्यालय छोड़ने की अनुमति देकर शिक्षकों को राहत प्रदान करने की मांग की गई हैं।