Page Nav

HIDE

Classic Header

Top Ad

Breaking News:

latest

जाम्बा में पक्षीघर : 60 फीट ऊंचाई में 784 पक्के आशियाने, दो हजार पक्षियों को मिलेगा आसरा

बाप न्यूज |  धरती पर पक्षियों की भी अपनी अलग ही दूनिया है। इनके रहने के अलग अलग तरीके व ठोर ठिकाने है। कुछ घाैंसला बनाते तो कुछ दूसरे पक्षि...

बाप न्यूजधरती पर पक्षियों की भी अपनी अलग ही दूनिया है। इनके रहने के अलग अलग तरीके व ठोर ठिकाने है। कुछ घाैंसला बनाते तो कुछ दूसरे पक्षियों के घौंसलों पर ही अपना कब्जा जमा लेते है। कुछ पक्षी कुंआ व बावड़ियों में अपना आशियाना बनाते है। लेकिन वनो की लगातार कटाई के कारण पक्षियों के आवास लगातार कम हो रहे है। ऐसे में घौंसला बनाकर रहने वाले पक्षियों के लिए जीवन व्यापन करना बड़ी चुनौतिपूर्ण हो गया है। लेकिन बाप क्षेत्र के जाम्बा में जन सहयोग से 60 फीट ऊंची मीनार में मूक पक्षियों के लिए सैकड़ो घौंसले तैयार किए गए है, जंहा करीब 2 हजार पक्षियों के रहने की व्यवस्था की गई है। जाम्बा में पक्षियों के लिए इस तरह के घर बनवाने का सारा श्रेय सेवा निवृत अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बुधाराम सियाग को जाता है। उन्होने ही यूट्यूब पर पक्षियों के लिए इस तरह के घर को देखा तथा उसे यहां बनाने का दृढ संकल्प लेकर जन सहयोग से उसे साकार करवा दिया। 

सेवा निवृत अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बुधाराम सियाग ने बताया कि गुरू जम्भेश्वर भगवान की तपोस्थली जाम्बा में बड़ी तादाद में पक्षी चुग्गा चुगने आते है। इसमें बड़ी संख्या कबूतरों की है। अनुमान के अनुसार करीब 10 हजार कबूतर रोजाना चुग्गा चुगते है। जाम्बा में अगुणी जगा के आगे साइड में प्रतिदिन 2 क्विंटल चुग्गा डाला जाता है। कुछ माह पहले उन्होने यूट़्यूब पर पक्षियों के लिए बनाए गए घर को देखा था। ऐसे में जाम्बा में भी उसे बनाने का विचार हो गया। उन्होने मंहत भगवानदास व मंहत प्रेमदास से संपर्क कर अपना विचार बताया। इसके बाद गुगल पर सर्च कर पक्षियों के घर बनाने वाली कंपनी से संपर्क साधा तथा पक्षियों के लिए 60 फीट ऊंचाई का 7 मंजिला पक्का घर बनवा दिया। पक्षियों का यह पक्का घर रविवार को बनकर तैयार हुआ है। इस पर करीब 5 लाख रूपये का खर्चा आया है। यह राशि जन सहयोग से एकत्रित की जा रही है। सियाग ने बताया कि इस 60 फीट मीनार में पक्षियों के लिए कुल 784 घर है। प्रत्येक घर के दाे दरवाजे रखे गए है। एक में दो से तीन पक्षी रह सकते है। यानि दो हजार पक्षियों के रहने के लिए पक्का ठिकाना बन गया है। सियाग ने बताया कि मंदिर व तालाब पर बड़ी संख्या में पक्षियों ने अपना आवास बना रखा है। उम्मीद है वह अब इस घर में आ जाएंगे। पक्षियों के रहने के लिए यहां से बेहतर कोई जगह नहीं हो सकती है। इस घर में भी पक्षी पूर्ण रूप से सुरक्षित रहेंगे।