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मानसून की पहली बारिश ने किया तरबतर, 83 एमएम बरसा पानी

मानसून की पहली सुखद बरसात से लबालब हुआ मेघराजसर तालाब

मानसून की पहली सुखद बरसात से लबालब हुआ मेघराजसर तालाब

तालाब, खेत लबालब, घरों में पानी घुसने से लोगों को हुई परेशानी 
रेलवे ब्रीज में भरा पानी, वाहन फंसे

बाप न्यूज | तीन दिन भीषण उमस भरी गर्मी के बाद सोमवार रात बरखा बहार जमकर बरसी। इस मानसून की पहली मुसलाधार बारिश से किसानो के चेहरे पर नूर लौट आया। गर्मी से बेहाल लोगों को भी कुछ राहत मिली। तालाब व खेत बरसाती पानी से लबालब हो गए। कई घरों में पानी घुसने से लोग रात भर परेशान होते रहे। रेलवे अंडर ब्रिज में पानी भर जाने से कई वाहन अटक गए।

बाप कस्बे में बारिश का दौर सोमवार रात 10.41 मिनट पर शुरू हुआ। करीब एक घंटे तेज बारिश के बाद सुबह तक हल्की बूंदाबंादी होती रही। सुबह तक 83 एमएम (3.27 इंच) बारिश रिकॉर्ड की गई। बारिश से कस्बा सहित उपखंड क्षेत्र के कई गांव तरबतर हो गए। मूसलाधार बारिश होने से कुछ ही देर में कस्बे की सड़कें दरिया बन गई। निचले क्षेत्र में पानी का भराव हो गया। सिहड़ा, माडपुरा, मोडकिया, राणेरी, टेपू, धोलिया, बारू, जैतेरी, टेकरा, कानासर, शेखासर, जांबा, मनचीतिया सहित कई गांवों में बादल जमकर बरसे। किसान नेता हनुमान अमराणी ने बताया कि वर्षा में हो रहे विलंब से किसान िचंतित थे। लेकिन एक ही बारिश ने खेतों को लबालब कर दिया। पदमेत नगर में एक किसान की ढाणी में 3 से 4 फीट पानी भर गया। ढाणी में रखा 200 बोरी धान भीग गया। मंगलवार सुबह मौसम साफ होने पर किसान ने धान को सुखाने के लिए खेत में फैला दिया।

घरों में घुसा पानी, लोग हुए परेशान

तेज बरसात की वजह से कई घरों में बरसाती पानी भर गया। पुराने अस्पताल के पिछे सुरेश तंवर के पुरे मकान में पानी घुस गया। सुरेश ने बताया कि पंचायत ने उसके मकान के पास से निकल रहे रास्ते पर हाल ही में सीसी ब्लॉक सड़क बनाई है। नई बनाई सड़क का स्तर पहले से ऊंचा कर दिया, जिससे वह सड़क पानी निकासी में बाधक बन गई। तेज बरसात होने की वजह से पानी उसके घर में घुस गया। सुबह तक उसका समूचा परिवार पानी निकालने में जुटा रहा। पानी भर जाने से घरेलु सामान भी खराब हुआ। बाजार के पास जसराज दर्जी के मकान भी कमोबेश यही हालात रहे। यहां भी नई सड़क का स्तर पहले से ऊंचा कर दिया। मकान पहले ही जमीन स्तर पर ही था। सडक नवीनीकरण में ओर नीचे चला गया। रेलवे के अंडर ब्रिज में भी पानी निकासी नहीं होने से 6 से 8 फीट तक पानी भर गया।

ब्रिज संख्या 53 ए में दिनभर वाहनों की कतारे लगी रही। यहां एक कार पानी के बीच फंस गई। कार में सवार लोग तत्परता दिखाते हुए बाहर निकल गए, अन्यथा हादसा भी हो सकता था। कार को बडी मुश्किल से बाहर निकाला गया। ट्रेक्टर में लगी वाटर बॉडी लगा पानी भी तोड़ा गया, पुरी सफलता नहीं मिली। ऐसे में वाहनों को ट्रेक्टर से टॉचिंग कर बाहर निकालने का काम दिनभर चलता रहा।

फैल नलकुप में समा रहा पानी

पदमेत नगर में एक खेत में बने फेल नलकुप में बरसाती पानी समा रहा है। जिसे देख वंहा के लोग भी हैरान है। किसान नेता हनुमान अमराणी ने बताया कि सुनिल के फैल हो चुके नलकुप में रात से ही पानी जमीन के अंदर तेज गति से जा रहा है। भारी बरसात से वंहा तीन किमी क्षेत्र में एक से दो फीट पानी का भरा हुआ है, जो नलकुप के अंदर जा रहा है। किसानों का कहना है कि नलकुप 450 फीट ही गहरा था, ऐसे में इतना पानी कंहा जा रहा, वे भी हैरान है। मंगलवार को भी यह सिलसिला जारी था।

उसम ने किया बेहाल

मानसून की पहली बारिश से भी लोगोें को उमस भरी गर्मी से राहत नहीं मिल पाई। मंगलवार आसमान में बादल छाये रहने के साथ उमस भरी गर्मी से लोग बेहाल रहे। हवा रूकने से लोग चिपचिपे पसीने से तरबतर रहे। उमस भरी गर्मी से पंखे व कुलर से भी राहत नहीं मिल रही थी। उसम व गर्मी को देख लोगों को उम्मीद है कि आज भी बारिश होगी।

सोनलपुरा में ढाणी में पानी घुसने से भीगे धान को सुखाने का जतन करते किसान

राणेरी के पदमेत नगर में एक ढाणी में पानी भरने के बाद ट्रेक्टर में डाल अनाज को बाहर निकालते हुए

बाप क्षेत्र के एक गांव में बरसाती पानी से लबालब एक खेत