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8 पंचायतों के 27 गांव व ढाणियों के बाशिंदे मीठे जल से वंचित

मीठे पानी के अभाव में फलोराइड युक्त पानी पीने को मजबूर ग्रामीण, जलप्रदाय योजना स्वीकृति कराने को लेकर जयपुर पहुंचे सरपंच बाप न्यूज़ |  बाप पं...

मीठे पानी के अभाव में फलोराइड युक्त पानी पीने को मजबूर ग्रामीण, जलप्रदाय योजना स्वीकृति कराने को लेकर जयपुर पहुंचे सरपंच

बाप न्यूज़ |  बाप पंचायत समिति क्षेत्र की 8 ग्राम पंचायतों के 27 गांव व ढाणियां लंबे समय से मीठे पानी से वंचित है। गर्मी की सीजन में इन गांव ढाणियों के बाशिंदो को पानी के लिए हर रोज दो चार होना पड़ता है। हालात यह है कि नहर के पास बसे होने के बावजूद हलक तर करने के लिए मंहगे दामों में पानी खरीदना पड़ रहा है। हंालाकि पेयजल समस्या को देखते हुए बारू – सिहड़ा – राणेरी जलप्रदाय योजना प्रस्तावित की हुई है, लेकिन सरकार इसे मंजूर नहीं कर रही है। 


पेयजल समस्या को लेकर मोडकिया सरपंच फरसाराम, सोनलपुरा सरपंच भंवरलाल खिलेरी, टेपू सरपंच प्रवीणसिंह आदि बुधवार को जयपुर में मुख्यमंत्री के ओएसडी जुगल किशोर मीणा, अतिरिक्त मुख्य सचिव, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी सुधाशुं पंत से मिले। सरपंचो ने बाप क्षेत्र के दूर दराज क्षेत्र में पेयजल संकट से परेशान आमजन की पीड़ा को बयां करते हुए बताया कि ग्राम पंचायत सोलनपुरा, राणेरी, टेपू, मोडकिया, धोलिया, सिहड़ा, बारू व टेकरा के 27 गांवो व ढाणियों में पीने के पानी की किल्लत कई सालों से है। मीठे पानी के अभाव में यहां के निवासी फलोराईड युक्त खारा पानी पीने के लिए मजबूर है। इन गांवो के निवासियों को दूर से टैंकरों द्वारा मीठा पानी लाने के लिए 2000 से 2500 रूपये तक खर्च करने पड़ रहे है। सरपंचो ने बताया कि उक्त ग्राम पंचायतो से इंदिरा गांधी नहर मात्र 17 – 18 किमी दूरी पर है। नहर के पानी से यहां से सैकड़ों किलोमीटर आगे तक पेयजल आपूर्ति होती है, जबकि उक्त ग्राम पंचायतों के निवासी नहर के किनारे रहते हुए भी नहर के पानी से वंचित है। सरपंचों ने पेयजल समस्या को देखते हुए प्रस्तावित बारू – सिहड़ा – राणेरी जलप्रदाय योजना स्वीकृत कराने की मांग है। अधिकारियों ने सरपंचों को इस सत्र में उक्त कार्य को करवाने का प्रयास करने का आश्वासन दिया।