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लॉक डाउन में कोई भूखा नहीं सोए, इसके लिए जुटी है महेश व्यास की टीम

Bap News:   वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण को राेकने के लिए देशभर में लाॅक डाउन लगा हुआ हैं। लॉक डाउन में सभी प्रकार के कामकाज व उद्योग ध...

Bap News:  वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण को राेकने के लिए देशभर में लाॅक डाउन लगा हुआ हैं। लॉक डाउन में सभी प्रकार के कामकाज व उद्योग धंधे बंद होने के बाद लोग घरों में कैद हो गए। इस स्थिति में स्वाभाविक है कि दिहाड़ी मजदूर, दिव्यांग, विधवा, निराश्रित व असहायक परिवार के सामने खाने का संकट आएगा। लेकिन इस संकट काल में कोई भूखा नहीं सोए इसको लेकर राज्य सरकार के साथ साथ कई भामाशाह, संगठन व समाजसेवी बढ़चढ़ कर आगे आए है। यही वजह है कि ऐसे जरूरतमंद परिवारों के पास खाद्य सामग्री के किट पहुंच रहे हैं।

बाप क्षेत्र में भी इन्ही संगठनों के बीच समाजसेवी महेश व्यास की टीम भी पूर्ण  मनोयोग के साथ जुटी हुई हैं। महेश व्यास ने बताया कि इस पुनीत कार्य मे भामाशाह भी सहयोग दे रहे है। खाद्यान वितरण करने के लिए टीम के साथ महेश व्यास स्वयं भी दूरस्थ गांव ढाणियों में जरूरत मन्द के घर पहुंच रहे है। महेश व्यास जरूरत मन्द को सम्मान के साथ खाद्यान किट देने के साथ आश्वस्त भी करते है कि वे संकटकाल में उनके साथ खड़े है।

अब तक 13285 खाद्य पैकेटों का किया वितरण, पैकेट में आवश्यक सभी खाद्य सामग्री, मास्क व सेनेटाइजर भी कर रहे वितरण, रक्त की आवश्यकता होने पर कर रहे रक्तदान

बाप क्षेत्र में टीम के साथ खाद्य सामग्री वितरण करने आए महेश व्यास ने बताया कि लॉक डाउन में फलोदी विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा समस्या खाद्य सामग्री होने वाली थी, लेकिन होने नहीं दी। लॉक डाउन के बाद से ही उनकी टीम इस मुहीम में जुटी हुई हैं। फलोदी विधानसभा क्षेत्र में अब तक कुल 13285 खाद्य पैकेटो का वितरण किया जा चुका हैं।

खाद्य पैकेट में 5 किलो आटा, 1 लीटर तेल, 1 किलो शक्कर, आधा किलो दाल, आधा किलो मिर्च पाउडर, 250 ग्राम धनिया, 100 ग्राम हल्दी, चाय, दूध का पैकेट, साबून, बिस्किट आदि शामिल हैं। इस पर अब कुल 86 लाख रूपये खर्च कर दिए गए हैं। प्रदेश सहित महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश तथा गुजरात के भामाशाह जो फलोदी के निवासी है, उनसे भी सहयोग राशि प्राप्त हुई हैं। व्यास ने बताया कि खाद्य सामग्री के साथ जिन लोगों को दवाईयों की आवश्यकता थी, उन्हे दवाईयां भी उपलब्ध करवाई गई।

32 हजार मास्क व करीब 1250 बोटल सैनेटाइजर वितरित किए हैं। इसके अलावा वेलनेस सेंटर में आइसोलेट होने वाले व्यक्तियों, चिकित्सक व अन्य स्टाफ को प्रतिदिन भोजन के पैकेट, गौवंश के लिए चारा व पक्षियों के लिए दाना पानी की व्यवस्था भी की हुई है। लॉक डाउन में खून की उपलब्धता पर भी ध्यान दिया गया। गर्भवती या अन्य रक्त की जिन्हे आवश्यकता हुई, उन्हे रक्त उपलब्ध करवाया। अब तक 43 यूनिट रक्तदान उनकी टीम के सदस्यों ने कर दिया हैं। 150 से ज्यादा बंद पड़े  राशन कार्डो को भी पुन: शुरू करवाया गया।