Page Nav

HIDE

Classic Header

Top Ad

Breaking News:

latest

सेवाकाल की समर्पित भाव की सेवा सदैव की जाती है याद : एसडीएम सुथार

यूको बैंक बाप के केशियर यादव हुए सेवा निवृत, यादव ने बाप शाखा में लगातार 29 वर्ष दी सेवाएं बाप न्यूज | यूकों बैंक की बाप शाखा में 29 वर्ष त...


यूको बैंक बाप के केशियर यादव हुए सेवा निवृत, यादव ने बाप शाखा में लगातार 29 वर्ष दी सेवाएं

बाप न्यूज | यूकों बैंक की बाप शाखा में 29 वर्ष तक लगातार सेवा देने वाले मुख्य रोकड़िया प्रेमचंद यादव यूकों बैंक में अपनी 37 वर्षीय सेवाकाल के बाद सेवा निवृत हो गए। कस्बे में मंगलवार शाम को उपखंड अधिकारी के मुख्य आतिथ्य में बैंक शाखा की तरफ से विदाई व अभिनदंन समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में उपखण्ड अधिकारी मांगीलाल ने कहा कि सेवाकाल में संस्था में समर्पित भाव से सेवा देने वाले कार्मिक, अधिकारी को आमजन सदैव याद करते है। बाप के पूर्व उप प्रधान जगदीश पालीवाल ने कहा की यूको बैंक बाप शाखा के मुख्य रोकड़िया यादव उसी श्रेणी के शख्सियत है, जिन्होंने अपने संस्थान को नई ऊंचाई पर लाने के लिए आमजन से व्यापारियो व खाताधारक, जमाकर्ताओं से बहुत मधुर संबंध रखे। उन्होने बैंक के कार्मिको से उनके व्यवहार से सीखने की अपील की तथा आम ग्राहक से मधुर संबंध बनाकर संस्थान को पेठ का केंद्र बनाने की पहल करनी चाहिए।  

शाखा प्रबंधक नीरज सेठिया ने यादव के सेवा काल की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी सेवा बैंक सदैव याद करती रहेगी। ग्राहक को देवता मानकर ही हमारी संस्था कार्य कर रही है। उन्होने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि ग्राहको की समस्याओं का जल्दी समाधान हो। सेठिया ने ऋण धारकों से अपने ऋण की अदायगी सही समय पर कर अपनी साख कायम करने की अपील की। बैंक में बिचौलिया नही हो, यह हमारी मंशा है। बैंक सीधे ग्राहक से बात करती है। उनकी हर समस्या संस्था अपनी समस्या मानता है। कार्यक्रम में श्री बल्लभ व्यास, रोकड़पाल अर्जुन सिंह भाटी, राम प्रकाश, इन्शान, लखसिंह भाटी, सेठ तनसुख खत्री, ओम राठी, वार्ड पंच ओम प्रकाश खत्री, उप सरपंच गोपाल भट्टड, युवा उधमी प्रकाश कुमावत, रमेश पालीवाल, भगवान सिंह भाटी, बाबूलाल हरजाल, इनॉयत अली, प्रकाश पुरोहित, राणुलाल खत्री, जगदीश राठी, हीरालाल, रेंवतराम मेगवाल, भंवर कुमावत, प्रेमसिंह, विजय कुमावत, गणपत भाट, रामचंद्र पंवार, दिलीप भाटी, चिराग खत्री, पुखराज, ज्ञानचंद तंवर, घनश्याम मेहता, हरिप्रसाद राठी, पन्नालाल सेन, कैलास पूरी, महेंद्र खत्री आदि माैजूद रहे।