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बाप उपखंड मुख्यालय पर नहीं है दमकल, आगजनी की घटनाओं में सबकुछ हो जाता स्वाह

बाप कस्बे में इस सप्ताह हुई बड़ी आगजनी में दमकल के अभाव में 50 लाख का हुआ था नुकसान  दमकल केा लेकर प्रशासन व जनप्रतिनिधि बने हुए बेपरवाह बा...

बाप कस्बे में इस सप्ताह हुई बड़ी आगजनी में दमकल के अभाव में 50 लाख का हुआ था नुकसान 
दमकल केा लेकर प्रशासन व जनप्रतिनिधि बने हुए बेपरवाह

बाप न्यूजबाप उपखंड मुख्यालय पर वर्षो से दमकल की कमी खल रही है। ग्रामीणों की बार बार की जा रही मांग के बाद भी दमकल बाप कस्बे को मिल नहीं पा रही है। इसी महिने 6 मार्च को बाप कस्बे में टेंट हाउस के गोदाम में हुई भीषण आगजनी की घटना में 50 लाख का नुकसान हुआ था। फलोदी व सोलर कंपनियों की दमकलों को पहुंचने में एक से डेढ़ घंटे का समय लग गया था। बाप में दमकल होती तो समय पर आग पर काबू पाया जा सकता था।

कस्बे के इतिहास में आगजनी की यह दुसरी बड़ी भीषण घटना थी। घटना होने पर कस्बे वासियों को दमकल की कमी खलती है। दमकल के अभाव में हालात यह है कि अधिकांश बार दूर से दमकल के समय पर नहीं पहुंचने से आग से सब कुछ जल चुका होता है। कस्बे सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में आग लगने पर ग्रामीणों को अपने निजी स्तर पर ही आग पर काबू पाने के लिए जतन करने होते हैं। क्योंकि दमकल के इंतजार करने में तो उसके पहुंचने से पहले ही जब कुछ राख हो चुका होता है। उपखंड मुख्यालय पर आग पर काबू पाने के लिए कोई संसाधन नहीं हाेने के इस ज्वलंत मुद्दे पर प्रशासन सहित जनप्रतिनिधि बेपरवाह बने हुए है।

शनिवार को बाप में फिर दमकल सुविधा की मांग को उठाते हुए समता सैनिक दल के एक प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा। ज्ञापन में लिखा कि आगजनी की घटनाओं को देखते हुए अब दमकल की महत्ती आवश्यक है। स्थानीय जनप्रतिनिधि गंभीर जरूर दिखते है, पर बात आगे बढ नही पा रहीं है।

बाप उपखण्ड मुख्यालय जोधपुर का सबसे दूर का क्षेत्र है। 2 पंचायत समितियां बाप व घंटीयाली आती है। जिसमें लगभग 250 राजस्व गांव है। दूर की पंचायतों का उपखण्ड क्षेत्र से 60 से 70 किलोमीटर दूरी पड़ती है। गांव ढाणीयों में जब आगजनी की घटना घटित होती है, तो हमेशा दमकल की कमी खलती होती है। कई बार फसल कटाई करके सूखने के बाद जब पकी हुई फसल में आगजनी होती है, तो किसानों को मेहनत की गाढी कमाई जलकर हो जाती है। लगभग महिने में लगभग एक-दो आगजनी की घटनाएं घटित होती रहती है। आग लगने पर कई बार गांव, ढाणीयों, टेट गोदाम, पशु बाड़े में आग विकराल रूप होते हुए देखा है। वहां पर दमकल की महत्ती कमी हमेशा महसूस होती है। क्षेत्र में गर्मी के दिनो में अमूमन 45 से 50 डाग्री का तापमान रहता है। जिससे आगजनी की घटनाएं भी ज्यादा होती है। घटना के समय नगर पालिका फलोदी, सोलर प्लांट नोख व भड़ला से मंगवाना पड़ती है। जिसमें फलोदी 30, भड़ला 50, नोख 22 किलोमीटर पड़ता है। लगभग आधा से एक घंटे का समय लग जाता है। इतने समय आग विकराल रूप धारण कर लेती है और सब कुछ जलकर राख हो जाता है। प्रतिनिधि मंडल में संगठन प्रदेश महासचिव एडवोकेट गोरधन जयपाल, तहसील अध्यक्ष गणपत भाट, देऊराम मेघवाल, तिलोकाराम मेघवाल, हासम खान आदि शामिल थे।