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राजस्व रिकॉर्ड में शिक्षा विभाग का नाम, फिर भी नहीं की जा रही आंवटित खेल मैदान भूमि की तरमीम

सरपंच के नेतृत्व में ग्रामीणों ने पंचायत से एसडीएम कार्यालय तक निकाली रैली सात दिन में तरमीम नहीं होने पर दी बेमियादी धरना प्रदर्शन की चेताव...



  • सरपंच के नेतृत्व में ग्रामीणों ने पंचायत से एसडीएम कार्यालय तक निकाली रैली
  • सात दिन में तरमीम नहीं होने पर दी बेमियादी धरना प्रदर्शन की चेतावनी

बाप न्यूज़ | बालिका विद्यालय के खेल मैदान की आंवटित 5 बीघा जमीन की तरमीम करवाने की मांग को लेकर मंगलवार को सरपंच के नेतृत्व में ग्रामीणों ने पंचायत भवन से एसडीएम कार्यालय तक आक्रोष रैली निकाली। ग्रामीणो ने कहा कि सात दिन में खेल मैदान की भूमि की तरमीम नहीं की गई तो उपखंड अधिकारी कार्यालय के समक्ष बेमियादी धरना प्रदर्शन शुरू किया जाएगा। रैली में शामिल विद्यालय की छात्राओं ने भी उपखंड अधिकारी को खेल मैदान दिलाने की मांग का ज्ञापन अलग से सौंपा।

आक्रोष रैली को लेकर ग्रामीण सुबह 10 बजे पंचायत भवन के बाहर एकत्रित होना शुरू हो गए थे। करीब 11 बजे सरपंच लीलादेवी पालीवाल के नेतृत्व में शुरू हुई आक्रोष रैली में बड़ी संख्या में शामिल लोग स्कूल मैदान बचाने के नारे लगाते हुए चल रहे थे। उपखंड अधिकारी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने के बाद सरपंच सहित ग्रामीणो ने एसडीएम महावीरसिंह को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बाप में स्थित राबाउमावि के खेल मैदान की भूमि खसरा नंबर 2416 पटवार हल्का बाप में आवंटित 5 बीघा भूमि का राजस्व रिकॉर्ड में काबिज स्थान पर तरमीम करवाने की मांग की गई। सरपंच लीलादेवी पालीवाल ने बताया कि जिला कलेक्टर जोधपुर ने 7 नवम्बर 1989 में 5 बीघा भूमि उक्त बालिका विद्यालय के लिए आंवटित की थी। राजस्व रिकॉर्ड में भी शिक्षा विभाग के राजकीय बालिका खेल मैदान के नाम से दर्ज है। 1988 में पंचायत ने ही अकाल राहत के तहत खेल मैदान की चार दीवारी बनाई थी, जो आज भी मौजुद है। पंचायत, ग्रामीण व स्कूल प्रशासन के बार बार मांग करने के बाद भी आवंटित भूमि की तरमीम नहीं हो रही है। प्रशासन की हठधर्मिता की वजह से भूमाफिया हावी हो रहे है।



कलेक्टर के आदेश भी हुए हवा 

सरपंच ने बताया कि 25 जनवरी 2021 को जोधपुर कलेक्टर ने बाप तहसीलदार के नाम आदेश जारी कर उक्त भूमि की तरमीम करने को कहा था। लेकिन दो माह बीत जाने के बाद भी स्थानीय प्रशासन तरमीम नहीं कर पाया। सरपंच ने आरोप लगाया कि कलेक्टर के आदेश राजस्व अधिकारियों ने दर किनार कर दिये। सरपंच ने कहा कि सरकारी स्कूल की भूमि का यह हाल है, तो आमजन का काम किस प्रकार होता होगा। सरपंच ने कहा कि भूमाफिया अनैतिक दबाव बनाकर गलत तरिके से तरमीम करवा कब्जा करने की कोशिश कर रहे है।

यह थे उपस्थित 

ज्ञापन देते समय सरपंच लीलादेवी पालीवाल, पूर्व उप प्रधान जगदीश पालीवाल, उप सरपंच गोपाल भट्ठड़, वार्डपंच ओमप्रकाश खत्री, कमल किशोर भूतड़ा, सुरेश पालीवल, सरस्वती रंगा, सुरता खातू, संतोष राधेश्याम खत्री, अशोक कुमार, व्यापार संगठन अध्यक्ष तिलोकचंद राठी, अखेराज खत्री, चूनाराम मेघवाल, विजय कुमावत, बबलू चावड़ा, सदीक, आईदान पालीवाल, रामचंद्र पालीवाल, कृपाराम मेघवाल, लिखमीचंद, अशोक चांडक, दामोदर मेहता, भंवरलाल बोहरा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जन मौजुद थे।

मैने कुछ दिनो पूर्व ही कार्यभार ग्रहण किया है। यह मामला पुराना है। फाइल का अध्ययन नहीं किया है। फाइल का अध्ययन करने के बाद जो भी जरूरी कार्यवाही होगी व करेंगे।

प्रतिज्ञा सोनी, तहसीलदार बाप।


विद्यालय की जमीन विद्यालय को ही मिलनी चाहिए। इसलिए मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।

पब्बाराम विश्नोई, विधायक फलोदी।