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खिदरत में मृत मोर मिलने का मामला, फलोदी एडीएम ने खिदरत में देखा मौका, 4 और मोर मृत मिले

एक मोर का बाप में करवाया पोस्टमार्टम गले में मिले मूंग व गेंहू के दाने  नहर के किनारे एक खेत में बोया हुआ है मूंग दाना जहरीला होने का जताया ...

एक मोर का बाप में करवाया पोस्टमार्टम
गले में मिले मूंग व गेंहू के दाने 
नहर के किनारे एक खेत में बोया हुआ है मूंग
दाना जहरीला होने का जताया जा रहा संदेह
दो मृत पक्षियों का जोधपर में होगा पोस्टमार्टम तब होगा खुलासा

बाप न्यूज़ | बाप क्षेत्र के खिदरत गांव में सोमवार शाम नहर के किनारे मोर सहित अन्य पक्षियों के मृत मिलने पर मंगलवार सुबह फलाेदी एडीएम हाकम खान व क्षेत्रीय वन अधिकारी घेवरलाल मय जाप्ता मौका स्थल पर पहुंचे। इससे पहले नायब तहसीलदार हुकमीचंद तंवर व जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियंता विश्वेंद्रसिंह भी खिदरत पहुंचे थे। नायब तहसीलदार तंवर ने बताया कि दो और मोर मृत मिले। खेत में बनी पानी की डिग्गी के पानी का सैंपल लिया है, जिसे जांच के लिए जोधपुर भेजा जाएगा। अधिकारियों के पहुंचने के समाचार लगते ही ग्रामीण भी वंहा पहुंच गए थे।

एडीएम खान ने वन विभाग की टीम के साथ आसपास के खेतों का भी जायजा लिया। इस दौरान एक खेत हाल में बोया हुआ मिला। खेत में मूंग बोये हुए थे। एडीएम खान ने आशंका जताई कि मोर व अन्य पक्षी जहरीला दाना खाने से ही मरे है। क्षेत्रीय अधिकारी भील ने बताया कि कल के मरे चार और मोर मिले। इनमें तीन को वंहा दफना दिया। एक मृत मोर का बाप में पशु चिकित्सकांे की टीम से पोस्टमार्टम करवाया गया। पशु चिकित्सक डॉ.भागीरथ सोनी व डॉ. गजेंद्रसिंह ने पोस्टमार्टम करने के बाद बताया कि मोर के गले में मूंग व गेहू के दाने अटके हुए है। दाना जहरीला होने की वजह से गर्दन में जाते ही फुड पॉइजिन हो गया। दाना पेट में पच नहीं पाया। गले में अटकने से सांस लेने में दिक्कत हुई होगी। दाना जहरीला होने से मृत मोर का अंदरूदी शरीर बदबू मार रहा था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद अब संभवना जताई जा रही है कि मोर जहरीला दाना खाने से मरे है। नहर के गंदे पानी से शायद मोर नहीं मरे है। अगर नहर के पानी से पक्षी मरते तो मंगलवार को भी पक्षी मरते। नहर के आसपास पेडो पर काफी तादाद में पक्षियों का बसेरा है।  

एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद होगा खुलासा

सोमवार रात बाप लाये गए मृत मोर व तीतर जांच के लिए जोधपुर भेजे गए है। क्षेत्रीय वन अधिकारी भील ने बताया कि एफएसएल के लिए उत्तरप्रदेश के बरेली भेजे जायेगे। एफएसएल की रिपोर्ट आने के बाद ही मोरों के मरने का वास्तविक कारण सामने आएगा।