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बावड़ी के जोईन्तरा में बोरवेल में गिरा 5 साल का मासूम, मौत

Bap News:  जोधपुर के निकटवर्ती बावड़ी तहसील के जाेईंतरा गांव में आज सुबह 5 साल का मासूम बोरवेल में गिर गया। बोरवेल में करीब 200 फीट नीचे च...


Bap News: जोधपुर के निकटवर्ती बावड़ी तहसील के जाेईंतरा गांव में आज सुबह 5 साल का मासूम बोरवेल में गिर गया। बोरवेल में करीब 200 फीट नीचे चले गए बच्चे को देशी जुगाड़ से निकाल तो दिया, लेकिन तब तक उसकी संास टुट चुकी थी। 

मासूम जाईंतरा अपने ननिहाल आया हुआ था। बोरवेल में गिरते किसी ने भी नही देखा लेकिन बोरवेल के ऊपर लगा छोटा सा त्रिपाल करीबन 20 फिट बोरवेल के अंदर फंसा हुआ देख कर ही अंदाज़ा लगाया। बोरवेल में बच्चे के गिरने की सूचना मिलते ही खेड़ापा थानाधिकारी केसाराम बांता मौके पर पहुंच गए। 

विडियो खबर देखें > बोरवेल में गिरा मासूम, 200 फिट गहराई से मासूम को मृत निकाला बाहर

उच्च अधिकारियों को सूचना देने पर एसपी ग्रामीण राहुल बारहठ, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रघुनाथ गर्ग, उपखंड अधिकारी हेताराम चौहान, तहसीलदार धनाराम गोदारा, भोपालगढ़ उप अधीक्षक धर्मेन्द्र डूकिया सहित एसडीअारएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गई। टीम ने पहले ऑक्सीजन पहुंचाने के बाद रेस्क्यू शुरू कर दिया। हालांकि बोरवेल में पानी ही दिखाई दे रहा था, जिससे ऐसा प्रतीत हुआ कि बच्चा पानी के अंदर चला गया। जानकारी के अनुसार नेनाराम गर्ग के खेत में बोरवेल खुदवाया हुआ था। वह अपने परिवार सहित खेत में ही रहता है। होली पर्व पर उसका दोहिता रोहित पुत्र मूलाराम उम्र 5 वर्ष निवासी उम्मेदनगर आया हुआ था। लॉक डाउन होने के वजह से वह वापस अपने गांव नही जा पाया।

कल ही निकाले थे पंप, पाइप
इस बोरवेल में पानी कम होने की वजह से कल ही इस बोरवेल से पंप और पाइप निकालने के बाद छोटे से त्रिपाल से बोरवेल को ढका गया था। जिस पर आज सुबह 9 बजे के करीब ये बच्चा खेलते खेलते इस बोरवेल के पास पहुंचा। उसने जैसे ही बोरवेल के ऊपर लगे त्रिपाल पर पांव रखा तो वह बोरवेल में जा गिरा। 20 फीट नीचे जाने के त्रिपाल साइड में ही अटक गया ओर बच्चा पानी के अंदर गहराई में चला गया। यही कारण रहा कि दो बजे तक बोरवेव में गिरे बच्चे का कोई पता नहीं चल पाया था। दो बजे एक बारगी रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया था। एसडीएम चौहान ने बताया कि बॉरवेल की गहराई 315 फीट है। इसमें से उपर से 100 फीट तक पानी नहीं हैं। प्रशासन का प्रयास है कि बच्चे को जीवित निकाले।

आखिर फिर काम आया देशी जुगाड़ 
सूचना मिलते ही प्रशासन मौके पर पहुंच गया था। आवश्यक संसाधनों के साथ रेस्क्यू शुरू कर दिया गया, लेकिन दो बजे तक भी प्रशासन को सफलता नहीं मिल पाई। एेसे में एक बार फिर जुगाड़ बोस के नाम से विख्यात मथानिया निवासी केवलराम को बुलाया गया। उनहोने देशी जुगाड़ से करीब 200 फीट गहराई में चले गए बच्चे को निकाल तो दिया, लेकिन तब तक उसकी सांसे उखड़ चुकी थी।  बच्चे के मृत बाहर निकलते ही घर में कोहराम मच गया।